Chapter 7 जन्तुओं में पोषण Solutions
Question - 1 : - निम्नलिखित में से सही विकल्प चुन कर लिखिए।
(क) मुखगुहा में भोजन के किस अवयव का सरलीकरण होता है।
(अ) प्रोटीन
(ब) कार्बोहाइड्रेट
(स) वसा
(द) विटामिन्स
(ख) भोजन का पाचन पूर्ण हो जाता है-
(अ) आमाशय में
(ब) छोटी आँत में
(स) बड़ी आँत में
(द) मलाशय में
(ग) कृन्तक दाँत का कार्य है-
(अ) फाड़ने का
(ब) काटने का
(स) पीसने का
(द) चबाने का।
(घ) लार में पाया जाने वाला एन्जाइम है-
(अ) टाइलिन
(ब) पेप्सीन
(स) रेनिन
(द) इनमें से कोई नहीं
Answer - 1 : -
(क) मुखगुहा में भोजन के किस अवयव का सरलीकरण होता है।
(अ) प्रोटीन
(ब) कार्बोहाइड्रेट (✓)
(स) वसा
(द) विटामिन्स
(ख) भोजन का पाचन पूर्ण हो जाता है-
(अ) आमाशय में
(ब) छोटी आँत में (✓)
(स) बड़ी आँत में
(द) मलाशय में
(ग) कृन्तक दाँत का कार्य है-
(अ) फाड़ने का
(ब) काटने का (✓)
(स) पीसने का
(द) चबाने का।
(घ) लार में पाया जाने वाला एन्जाइम है-
(अ) टाइलिन (✓)
(ब) पेप्सीन
(स) रेनिन
(द) इनमें से कोई नहीं
Question - 2 : - उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(क) मंड का पाचन ……….. में होता है।
(ख) ……….., ……………, ……………., …………………. दाँतों के चार प्रकार हैं।
(ग) आमाशय में ……………….. एवं ……………. …… का स्रावण होता है।
(घ) अमीबा अपने भोजन को ……………….. के द्वारा पकड़ता है।
Answer - 2 : -
(क) मंड का पाचन मुखगुहा में होता है।
(ख) कृन्तक, रदनक, अग्रचवर्णक, चवर्णक दाँतों के चार प्रकार हैं।
(ग) आमाशय में जठररस एवं हाइड्रोक्लोरिक अम्ल का स्रावण होता है।
(घ) अमीबा अपने भोजन को पादाभों के द्वारा पकड़ता है।
Question - 3 : - कॉलम अ में दिये गये कथनों का मिलान कॉलम ब में दिये गये कथनों से कीजिए।
Answer - 3 : -
Question - 4 : - निम्नलिखित कथनों में सही कथन पर सही का (✓) तथा गलत कथन पर गलत का चिह्न (✗) लगायें।
(क) चवर्णक भोजन को काटने का कार्य करती है।
(ख) आमाशय की दीवार से जठर रस का स्रावण होता है।
(ग) पेप्सीन द्वारा कार्बोहाइड्रेट का पाचन होता है।
(घ) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल भोजन के माध्यम को क्षारीय बनाता है।
(ङ) रेनिन दूध को दही में बदलता है।
Answer - 4 : -
(क) चवर्णक भोजन को काटने का कार्य करती है।(✗)
(ख) आमाशय की दीवार से जठर रस का स्रावण होता है।(✓)
(ग) पेप्सीन द्वारा कार्बोहाइड्रेट का पाचन होता है।(✗)
(घ) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल भोजन के माध्यम को क्षारीय बनाता है।(✗)
(ङ) रेनिन दूध को दही में बदलता है।(✓)
Question - 5 : - निम्नलिखित पाचन अंगों को सही क्रम में व्यवस्थित कीजिए-
छोटी आँत, मुख, ग्रासनली, बड़ी आँत, गुदा, मलाशय, मुखगुहा, आमाशय
Answer - 5 : -
मुख → मुखगुहा → ग्रासनली → आमाशय → छोटी आँत → बड़ी आँत → मलाशय → गुहा
Question - 6 : - आहार नाल के कौन से भाग द्वारा निम्नलिखित क्रियाएँ सम्पादित होती हैं-
(क) भोजन को चबाना ...........
(ख) जीवाणु नष्ट करना ...............
(ग) पचे हुये भोजन का अवशोषण ............
(घ) सेलूलोज का पाचन ..............
Answer - 6 : -
(क) भोजन को चबाना दाँतों के द्वारा।
(ख) जीवाणु नष्ट करना आमाशय द्वारा।
(ग) पचे हुये भोजन का अवशोषण छोटी आँत के अंतिम भाग द्वारा
(घ) सेलूलोज का पाचन सीकम या अंधनाल द्वारा।
Question - 7 : - निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) पित्त रस कहाँ बनता है ? यह भोजन के किस घटक के पाचन में सहायक है?
(ख) आमाशय में स्रावित अम्ल का कार्य बताइए।
(ग) शाकाहारी जन्तु की आहार नाल की विशेषता बताइए।
(घ) सूक्ष्मजीव अमीबा में भोजन का अन्तर्ग्रहण और पाचन चित्र द्वारा स्पष्ट कीजिए।
Answer - 7 : -
(क)
पित्त रस छोटी आँत में बनता है। यह भोजन के घटक-वसा, प्रोटीन, पॉली पेप्टाइड्स स्टार्च तथा माल्टोज के पाचन में सहायक है।
(ख)
आमाशय की दीवारों से जठर रस का स्रावण होता है जिसमें हाइड्रोक्लोरिक अम्ल पाया जाता है। यह अम्ल भोजन के माध्यम को अम्लीय बनाता है, भोजन में उपस्थित सूक्ष्म जीवाणुओं को नष्ट करता है तथा भोजन को सड़ने से बचाता है।
(ग)
शाकाहारी जन्तु भोजन को निगल कर आमाशय के एक भाग में भंडारित कर लेते हैं। आमाशय का यह भाग रूमन कहलाता है। रूमन में भोजन का आंशिक पाचन होता है, इसे जुगल कहते हैं। दरअसल शाकाहारी जन्तुओं का मुख्य भोजन घास होता जिसमें प्रचुर मात्रा में सेलुलोज पाया जाता है। इसका पाचन आसानी से नहीं होता है। शाकाहारी जन्तुओं में छोटी आँत और बड़ी आँत के बीच एक लंबी संरचना होती है, जिसे अंधनाल या सीकम कहते हैं। भोजन के सेलुलोज का पाचन इसी स्थान पर होता है।
(घ)
सूक्ष्मजीव अमीबा में भोजन का अंतर्ग्रहण और पाचन