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Chapter 9 ठोसों के यान्त्रिक गुण (Mechanical Properties of Solids) Solutions

Question - 1 : -

4.7 m लम्बे 3.0 x 10-5 m2 अनुप्रस्थ काट के स्टील के तार तथा 3.5 m लम्बे 40 x 10-5m2 अनुप्रस्थ काट के ताँबे के तार पर दिए गए समान परिमाण के भारों को लटकाने पर उनकी लम्बाइयों में समान वृद्धि होती है। स्टील तथा ताँबे के यंग-प्रत्यास्थता गुणांकों में क्या अनुपात है?

Answer - 1 : -



यहाँ दोनों तारों के लिए लटकाया गया भार F = Mg तथा लम्बाई में वृद्धि l समान है, अतः Y∝(L/A)

Question - 2 : -
चित्र-9.1 में किसी दिए गए पदार्थ के लिए प्रतिबल-विकृति वक्र दर्शाया गया है। इस पदार्थ के लिए
(a) यंग-प्रत्यास्थता गुणांक, तथा
(b) सन्निकट पराभव सामर्थ्य क्या है?

Answer - 2 : -

(a) ग्राफ के सरल रेखीय भाग में बिन्दु A के संगत
अनुदैर्ध्य प्रतिबल =150×106 न्यूटन/मी
तथा अनुदैर्घ्य विकृति =0.002
यंग-प्रत्यास्थता गुणांक

(b)
पराभव बिन्दु लगभग B है।
अत: इसके संगत पदार्थ की पराभव सामर्थ्य =300×106 न्यूटन/मीटर
= 300×10
8 न्यूटन/मी

Question - 3 : -
दो पदार्थों A और B के लिए प्रतिबल-विकृति ग्राफ चित्र-9.2 में दर्शाए गए हैं।
| इन ग्राफों को एक ही पैमाना मानकर खींचा गया है।
(a) किस पदार्थ का यंग प्रत्यास्थता गुणांक अधिक है?
(b) दोनों पदार्थों में कौन अधिक मजबूत है?

Answer - 3 : -

(a) ∵ पदार्थ A के ग्राफ का ढाल दूसरे ग्राफ की तुलना में अधिक है; अतः पदार्थ A का यंग गुणांक अधिक है।
(b) दोनों ग्राफों पर पराभव बिन्दुओं की ऊँचाई लगभग बराबर है परन्तु  पदार्थ A के ग्राफ में पदार्थ B की तुलना में प्लास्टिक क्षेत्र अधिक सुस्पष्ट है; अतः पदार्थ A अधिक मजबूत है।

Question - 4 : -
निम्नलिखित दो कथनों को ध्यान से पढिए और कारण सहित बताइए कि वे सत्य हैं या असत्य
(a) इस्पात की अपेक्षा रबड़ का यंग गुणांक अधिक है;
(b) किसी कुण्डली का तनन उसके अपरूपण गुणांक से निर्धारित होता है।

Answer - 4 : -

(a) असत्य, रबड़ तथा इस्पात के बने एक जैसे तारों में समान विकृति उत्पन्न करने के लिए इस्पात के तार में रबड़ के तार की अपेक्षा अधिक प्रतिबल उत्पन्न होता है, इससे स्पष्ट है कि इस्पात का यंग गुणांक रबड़ की अपेक्षा अधिक है।
(b) सत्य, जब हम किसी कुण्डली (स्प्रिग) को खींचते हैं तो न तो स्प्रिंग निर्माण में लगे तार की लम्बाई में कोई परिवर्तन होता है और न ही उसके आयतन में। केवल स्प्रिंग का रूप बदल जाता है; अतः स्प्रिंग का तनन उसके अपरूपण गुणांक द्वारा निर्धारित होता है।

Question - 5 : - 0.25 cm व्यास के दो तार, जिनमें एक इस्पात का तथा दूसरा पीतल का है, चित्र-9.3 के अनुसार भारित हैं। बिना भार लटकाए इस्पात तथा पीतल के तारों की लम्बाइयाँ क्रमशः स्टील 1.5 m तथा 1.0m हैं। यदि इस्पात तथा पीतल के यंग गुणांक क्रमशः 20 x 1011 Pa तथा 0.91×1011 Pa हों तो इस्पात तथा पीतल के तारों में विस्तार की गणना कीजिए।

Answer - 5 : - यहाँ स्टील के तार के लिए
त्रिज्या r1= (0.25/2) सेमी = 0.125 सेमी
= 0.125 x 10
-2 मी

Question - 6 : -
ऐलुमिनियम के किसी घन के किनारे 10 cm लम्बे हैं। इसकी एक फलक किसी ऊर्ध्वाधर दीवार से कसकर जड़ी हुई है। इस घन के सम्मुख फलक से 100 kg का एक द्रव्यमान जोड़ दिया गया है। ऐलुमिनियम का अपरूपण गुणांक 25 GPa है। इस फलक का ऊध्र्वाधर विस्थापन कितना होगा?

Answer - 6 : -

दिया है : अपरूपण गुणांक G =25GPa = 25 x 109 Nm-2

बल-आरोपित फलक का क्षेत्रफल A = 10cm x 10 cm = 100 x 10-4 m2

Question - 7 : -
मृदु इस्पात के चार समरूप खोखले बेलनाकार स्तम्भ 50,000 kg द्रव्यमान के किसी बड़े ढाँचे को आधार दिए हुए हैं। प्रत्येक स्तम्भ की भीतरी तथा बाहरी त्रिज्याएँ क्रमशः 30 तथा 60 cm हैं। भार वितरण को एकसमान मानते हुए प्रत्येक स्तम्भ की सम्पीडन विकृति की गणना कीजिए।

Answer - 7 : - दिया है : बाहरी त्रिज्या Rext =60 cm = 0.6 m
भीतरी त्रिज्या Rint =30cm = 0.3 m
प्रत्येक स्तम्भ का अनुप्रस्थ क्षेत्रफल

Question - 8 : -
ताँबे का एक टुकड़ा, जिसका अनुप्रस्थ परिच्छेद 15.2 mm x 19.1 mm का है, 44,500 N बल के तनाव से खींचा जाता है, जिससे केवल प्रत्यास्थ विरूपण उत्पन्न हो। उत्पन्न विकृति की गणना कीजिए।

Answer - 8 : - विरूपण विकृति से संगत प्रत्यास्थता गुणांक अपरूपण गुणांक (दृढ़ता गुणांकη होता है जो यहाँ4.20 x 1010 Pa)दिया है।
ताँबे के टुकड़े का अनुप्रस्थ-परिच्छेद
A = (15.2 x 10
-3 मी) x(19.1 x 10-3 मी)
=290.32 x 10
-6 मी2 = 2.9 x 10-4 मी2
विरूपक बल F=44500 न्यूटन =4.45 x 104 न्यूटन


Question - 9 : -
1.5 cm त्रिज्या का एक इस्पात का केबिल भार उठाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। | यदि इस्पात के लिए अधिकतम अनुज्ञेय प्रतिबल 108 Nm-2 है तो उस अधिकतम भार की गणना कीजिए जिसे केबिल उठा सकता है।

Answer - 9 : -

केबिल के अनुप्रस्थ-परिच्छेद का क्षेत्रफल
A = πr
2 = 3.14 x (1.5 x 10-2 मी )2 =7.065 x 10-4 मी2
अधिकतम अनुज्ञेय प्रतिबल = 108 न्यूटन/मीटर2
बल F =(F/A) x A = प्रतिबल x अनुप्रस्थ-काट का क्षेत्रफल
केबिल द्वारा उठाया जा सकने वाला अधिकतम भार
=
अनुज्ञेय प्रतिबल x अनुप्रस्थ-काट को(UPBoardSolutions.com) क्षेत्रफल
= (10
8 न्यूटन /मी2) x (7.065 x 10-4 मी2)
= 7.065 x 10
4 न्यूटन = 7.07x 104 न्यूटन

Question - 10 : - 15 kg द्रव्यमान की एक दृढ़ पट्टी को तीन तारों, जिनमें से प्रत्येक की लम्बाई 2 m है, से सममित लटकाया गया है। सिरों के दोनों तार ताँबे के हैं तथा बीच वाली तार लोहे का है। तारों के व्यासों के अनुपात ज्ञात कीजिए जबकि प्रत्येक पर तनाव उतना ही रहता है।


Answer - 10 : - प्रत्येक तार द्वारा सम्भाला जाने वाला भार


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