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Chapter 2 विलयन (Solutions) Solutions

Question - 1 : - यदि 22 g बेन्जीन में 122 g कार्बन टेट्राक्लोराइड घुली हो तो बेन्जीन एवं कार्बन टेट्राक्लोराइड के द्रव्यमान प्रतिशत की गणना कीजिए।

Answer - 1 : -

विलयन को द्रव्यमान = बेंजीन का द्रव्यमान + कार्बन टेट्राक्लोराइड का द्रव्यमान
= 22 g +122 g = 144 g

Question - 2 : - एक विलयन में बेंजीन का 30 द्रव्यमान % कार्बन टेट्राक्लोराइड में घुला हो तो बेन्जीन के मोल अंश की गणना कीजिए।

Answer - 2 : -

कार्बन टेट्राक्लोराइड में 30 द्रव्यमान % बेन्जीन का तात्पर्य है,
बेन्जीन का विलयन में द्रव्यमान = 30 g
CCl4 का विलयन में द्रव्यमान = 70 g
बेन्जीन (C6H6) का मोलर द्रव्यमान = 6 x 12 + 6 x 1 = 78 g mol-1
कार्बन टेट्राक्लोराइड (CCl4) का मोलर द्रव्यमान = 12 + 4 x 35.5 = 154 g mol-1

Question - 3 : -

निम्नलिखित प्रत्येक विलयन की मोलरता की गणना कीजिए

  1. 30g, Co(NO3)2 .6H2O 4.3 लीटर विलयन में घुला हुआ हो
  2. 30 mL 0.5 M-H2SO4 को 500 mL तनु करने पर।

Answer - 3 : - 1. Co(NO3)2.6H2Oका आण्विक द्रव्यमान
= 58.7 + 2(14 + 48) + 6 x 18 g mol-1 = 310.7 g mol-1
Co(NO3)2.6H2O
के मोलों की संख्या= 0.0966
विलयन का आयतन = 4.3 L

= 0.022 M

2. 1000 mL 0.5M H2SO4 में H2SO4 =0.5 mol
30 mL 0.5 M H2SO4 में H2SO4 = x 30 mol = 0.015 mol
विलयन का आयतन = 500 mL = 0.5 L

Question - 4 : - यूरिया (NH2CONH2) के 0.25 मोलर, 2.5 kg जलीय विलयन को बनने के लिए आवश्यक यूरिया के द्रव्यमान की गणना कीजिए।

Answer - 4 : -

यूरिया के 0.25 मोलर जलीय विलयन से तात्पर्य है
यूरिया के मोल = 0.25
जल का द्रव्यमान = 1 Kg = 1000 g
यूरिया (NH2CONH2) का मोलर द्रव्यमान
= 14 + 2 + 12 + 16 + 14 + 2 = 60 g mol-1
अतः यूरिया के 0.25 mol = 0.25 mol x 60 g mol-1 = 15 g
विलयन को कुल द्रव्यमान = 1000 + 15 = 1015 g= 1.015 kg
अब, 1.015 kg विलयन में यूरिया = 15 g
अत: 2.5 kg विलयन में आवश्यक यूरियाx2.5 kg = 37 g

Question - 5 : -

20% (w/w) जलीय KI का घनत्व 1.202 g mL-1 हो तो KI विलयन की

  1. मोललता
  2. मोलरता
  3. मोल-अंश की गणना कीजिए।

Answer - 5 : - 20% (द्रव्यमान/द्रव्यमान) जलीय KI विलयन का अभिप्राय है कि KI का द्रव्यमान = 20 g
विलयन में जल को द्रव्यमान = 100 g
जल का द्रव्यमान = 100 – 20 = 80 g= 0.080kg
1. 
विलयन की मोललता की गणना
KI
का मोलर द्रव्यमान = 39 +127 = 166 g mol-1
KI
के मोलों की संख्या= 0.120

2. विलयन की मोलरता की गणना
विलयन का घनत्व = 1.202 g mL-1
100 g
विलयन का आयतन
= 83.2 mL = 0.0832 L
== 1.44 M
3.
 

Question - 6 : -
सड़े हुए अण्डे जैसी गन्ध वाली विषैली गैस H2S गुणात्मक विश्लेषण में उपयोग की जाती है। यदि H2S गैस की जल में STP पर विलेयता 0.195 m हो तो हेनरी स्थिरांक की गणना कीजिए।

Answer - 6 : -


Question - 7 : - 298 K पर CO2 गैस की जल में विलेयता के लिए हेनरी स्थिरांक का मान 1.67 x 108 Paहै। 500 mL सोडा जल 2.5 atm दाब पर बन्द किया गया। 298 K ताप पर घुली हुई CO2 की मात्रा की गणना कीजिए।

Answer - 7 : -


Question - 8 : - 350 K पर शुद्ध द्रवों A एवं B के वाष्पदाब क्रमशः 450 एवं 750 mm Hg हैं। यदि कुल वाष्प दाब 600 mm Hg हो तो द्रव मिश्रण का संघटन ज्ञात कीजिए। साथ ही वाष्प प्रावस्था का संघटन भी ज्ञात कीजिए।

Answer - 8 : -


Question - 9 : - 298 K पर शुद्ध जल का वाष्प दाब 23.8 mm Hg है। 850 g जल में 50 g यूरिया (NH2CONH2) घोला जाता है। इस विलयन के लिए जल के वाष्प दाब एवं इसके आपेक्षिक अवनमन का परिकलन कीजिए।

Answer - 9 : -


Question - 10 : - 750 mm Hg दाब पर जल का क्वथनांक 99.63°c है। 500 g जल में कितना सुक्रोस मिलाया जाए कि इसका 100°C पर क्वथन हो जाए?

Answer - 10 : -


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