The Total solution for NCERT class 6-12
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प्रश्न 3 व 4 दोनों में ही पूरे चक्र में नेट शून्य शक्ति व्यय होती है।विवरण- शुद्ध प्रेरित्र तथा शुद्ध धारिता दोनों में धारा तथा विभवान्तर के बीच 90° का कलान्तर होता है।शक्ति गुणांक cos φ = cos 90° = 0प्रत्येक में नेट शक्ति व्यय P = Vrms xirms x cos φ = 0
Answer - 6 : - दिया है, L = 2.0 हेनरीC = 32 x 10-6 फैराडेR = 10 ओम
Answer - 7 : - दिया है,C = 30 µF = 30 x 10-6 F, L = 27 mH = 27 x 10-3 Hप्रारम्भिक आवेश, q0 = 6 mC= 6 x 10-3 C
Answer - 8 : - दिया है, C = 30 x 10-6 F,Q0 = 6 x 10-3 Cप्रारम्भ में परिपथ में संचित ऊर्जाE = संधारित्र की ऊर्जा + प्रेरित्र की ऊर्जा
परिपथ में कोई प्रतिरोध नहीं जुड़ा है तथा शुद्ध धारिता तथा शुद्ध प्रेरक में ऊर्जा हानि नहीं होती है। अतः बाद में परिपथ में कुल 0.6 J ऊर्जा ही बनी रहेगी।
Answer - 9 : - जब आपूर्ति की आवृत्ति = परिपथ की मूल आवृत्ति, तो परिपथ (L-C-R) अनुनादी परिपथ होगा जिसकी प्रतिबाधा Z = ओमीय प्रतिरोध R = 20 ओम
Answer - 10 : -