The Total solution for NCERT class 6-12
Answer - 11 : - किसी नाभिक की त्रिज्या निम्नलिखित सूत्र द्वारा प्राप्त होती हैR = R0A1/3जहाँ A = परमाणु द्रव्यमान जबकि R0 = नियतांकयहाँ के लिए, A1 = 197तथा के लिए, Ag = 107
Answer - 12 : - (a) का z-क्षय निम्न अभिक्रिया के अनुसार होगा
Answer - 13 : - दिया गया समीकरण
उत्सर्जित पॉजिट्रॉन की महत्तम गतिज ऊर्जा 0.960 MeV है जो कि Q-मान के तुल्य है।∵ उत्पाद नाभिक पॉजिट्रॉन की तुलना में अत्यधिक भारी है; अत: इसकी गतिज ऊर्जा लगभग शून्य होगी, पुन: चूंकि पॉजिट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा Q – मान के तुल्य है; अतः न्यूट्रिनो भी लगभग शून्य ऊर्जा के साथ उत्सर्जित होगा।
Answer - 14 : - नाभिक के β-क्षय का समीकरण निम्नलिखित है
∵ नाभिक, तथा ऐन्टिन्यूट्रिनो की तुलना में अत्यधिक भारी है; अत: इसकी गतिज ऊर्जा लगभग शून्य होगी। β-कण की ऊर्जा अधिकतम होगी यदि ऐन्टिन्यूट्रिनो शून्य ऊर्जा के साथ उत्सर्जित हो। इस दशा में β-कण की ऊर्जा अधिकतम होगी यदि ऐन्टिन्यूट्रिनो शून्य ऊर्जा के साथ उत्सर्जित हो। इस दशा में β-कण की अधिकतम ऊर्जा ९ मान के बराबर अर्थात् 4.37 MeV होगी।
Answer - 15 : - (i) दी गई अभिक्रिया निम्नलिखित है
Q-मान धनात्मक है; अत: यह अभिक्रिया ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है।
Answer - 16 : -
→ + +Q
∴ Q = [m( ) – 2 xm ()]x 931MeV
= [55.93494- 2x 27.98191]x 931 MeV= -26.92 MeVचूँकि Q का मान ऋणात्मक है अतः विखण्डन सम्भव नहीं है।
Answer - 17 : - यहाँ के विखण्डन से मुक्त ऊर्जा = 180 MeVका ग्राम परमाणु द्रव्यमान = 239g∴ प्लूटोनियम में उपस्थित परमाणुओं की संख्या = 6.02 x 1023
Answer - 18 : - रिएक्टर की शक्ति P= 1000 MW = 1000 x 106 Js-1=109 Js-1समय t = 5.0 वर्ष = 5 x 365 x 24 x 60 x 60s= 1.577 x 108 s∴ 5 वर्ष में रिएक्टर में उत्पन्न ऊर्जा (जबकि यह 80% समय ही कार्य करता है)E = 80% t x P= x 1.577x 108 x 169: = 1.2616 x 1017J∵ के एक परमाणु के विखण्डन से औसतन 200 MeV ऊर्जा उत्पन्न होती है।∴ 100 MeV ऊर्जा उत्पन्न होती है = 1 परमाणु सेया 200 x 1.6 x 10-13Jऊर्जा उत्पन्न होती है = 1 परमाणु से
Answer - 19 : -
Answer - 20 : - प्रत्येक ड्यूट्रॉन पर आवेशq1 = q2 = +1.6 x 10-19Cऊर्जा के पदों में कुलॉम अवरोध (विभव प्राचीर)माना प्रारम्भ में प्रत्येक ड्यूट्रॉन की गतिज ऊर्जा K है। जब ये दोनों एक-दूसरे के सम्पर्क में आते हैं तो सम्पूर्ण ऊर्जा विद्युत स्थितिज ऊर्जा में बदल जाती है। ∴ ऊर्जा संरक्षण से,