Question -
Answer -
(i) अपसारी तथा अभिसारी भूगर्भीय प्लेटों में अंतर
अपसारी भूगर्भीय प्लेटें | अभिसारी भूगर्भीय प्लेटें |
1. इनसे दरार घाटी तथा ब्लॉक पर्वतों का निर्माण होता है। | 1. इस प्रक्रिया में वलित पर्वतों का निर्माण होता है। |
2. अपसारी भूगर्भीय प्लेट वह प्लेट है जो एक- भूगर्भीय प्लेट कहलाती है। | 2. एक-दूसरे के निकट आने वाली भूगर्भीय प्लेट अभिसारी दूसरे से दूर जाती है। |
3. इन प्लेटों से भ्रंशन क्रिया होती है तथा धरातल पर वलय पड़ जाते हैं। | 3. इस प्रकार की प्लेटों से वलन प्रक्रिया होती है तथा धरातल | पर भ्रंश पड़ जाते हैं। |
(ii) बांगर व खादर में अंतर
बांगर | खादेर |
1. बांगर पुरानी जलोढ़ मृदा होती है। | 1. नई जलोढ़ मृदा को खादर कहा जाता है। |
2. यह मृदा नदी के बेसिन से दूर पाई जाती है। | 2. यह मृदा नदी के बेसिन के पास पाई जाती है। |
3. यह भूमि कम उपजाऊ होती है तथा खेती के जाती है। | 3. यह मृदा बहुत उर्वर होती है तथा कृषि के लिए आदर्श मानी लिए आदर्श नहीं है। |
(iii) पूर्वी एवं पश्चिमी घाट में अंतर
पूर्वी घाट | पश्चिमी घाट |
1. यह बंगाल की खाड़ी के समानांतर स्थित है। | 1. यह अरब सागर के समानांतर स्थित है। |
2. इसकी सबसे अधिक ऊँची पहाड़ियों में बेट्टा शामिल हैं। | 2. इसकी सबसे अधिक ऊँची चोटियों में अनाई मुडी एवं डोडा महेन्द्रगिरि व जवादी शामिल हैं। |
3. पूर्वी घाट प्रायद्वीपीय भारत की पूर्वी भुजा का निर्माण करता है। | 3. पश्चिमी घाट प्रायद्वीपीय भारत की पश्चिमी भुजा का निर्माण करता है। |
4. इस घाट की ढलानों पर वर्षा कम है। | 4. इस घाट की पश्चिमी ढलानों पर पूर्वी घाट की अपेक्षा वर्षा कम होती है। |
5. पूर्वी घाट कोरोमंडल तट के समानांतर है। | 5. पश्चिमी घाट मालाबार तट के समानांतर है। |
6. पूर्वी घाट सतत् नहीं है व अनियमित है। बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली नदियों ने जा सकता है। | 6. यह सतत् है तथा इसको केवल दरों के द्वारा ही पार किया इसको काट दिया है। |