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Chapter 11 बल तथा दाब Solutions

Question - 1 : -
निम्नलिखित प्रश्नों में सही विकल्प छाँटकर अपनी अभ्यास-पुस्तिका में लिखिए (लिखकर)
(क) दाब का मात्रक है –
(अ) न्यूटन मीटर
(ब) किलोग्राम
(स) जूल
(द) न्यूटन/मीटर

(ख) यदि किसी वस्तु को जल में पूर्णतः डुबाने पर उस पर लगने वाला उत्प्लावन बलवस्तु का भार,
अतः
(अ) वस्तु जल में डूब जाएगी।
(ब) वस्तु सतह पर तैरेगी।
(स) वस्तु जल में कुछ डूबी हुई तैरेगी
(द) वस्तु सतह के नीचे पूरी डूबी हुई तैरेगी

(ग) मात्रक (एकांक) क्षेत्रफल पर लगने वाले बल को हते हैं-
(अ) कार्य
(ब) गति ऊर्जा
(स) दाब
(द) इनमें । कोई नहीं

(घ) यदि 1 मीटर लम्बाई, 1 मीटर चौड़ाई तथा 1 मीटर ऊँचाई वाले बर्तन को पूरी तरह पारे से भर दें तो उस बर्तन में पारे का द्रव्यमान होगा-
(अ) 136 किग्रा०
(ब) 136 किग्रा०
(स) 1360 किग्रा०
(द) 13600 किग्रा०

Answer - 1 : -

(क) 
(द) न्यूटन/मीटर

(ख) 
(द) वस्तु सतह के नीचे पूरी डूबी हुई तैरेगी।

(ग) 
(स) दाब

(घ) 
(द) 13600 किग्रा०.

Question - 2 : -
नीचे दिये गये वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति अपनी अभ्यास-पुस्तिका में कीजिएः
नीचे दिये गये वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति अपनी अभ्यास-पुस्तिका में कीजिएः
(क) किसी तल पर लगने वाले अभिलम्बवत् बल को ……….. कहते हैं।
(ख) चाकू को रेत कर इसकी धार के क्षेत्रफल को ………. करते हैं।
(ग) समुद्र तट से ऊँचाई बढ़ने पर वायुमण्डलीय दाब …………….. पारे के स्तम्भ के बराबर होता है।
(घ) वस्तु घनत्व तथा ………….. जल के घनत्व का अनुपात आपेक्षित घनत्व कहलाता है।
(ङ) द्रव सभी दिशाओं में …………….. दाब डालता है।


Answer - 2 : -

(क) किसी तल पर लगने वाले अभिलम्बवत् बल को दाब कहते हैं।
(ख) चाकू को रेत कर इसकी धार के क्षेत्रफल को कम करते हैं।
(ग) समुद्र तट से ऊँचाई बढ़ने पर वायुमण्डलीय दाब 96 cm height पारे के स्तम्भ के बराबर होता है।
(घ) वस्तु घनत्व तथा r°C जल के घनत्व का अनुपात आपेक्षित घनत्व कहलाता है।
(ङ) द्रव सभी दिशाओं में समान दाब डालता है।

Question - 3 : -
निम्नलिखित कथनों में सही कथन के सम्मुख सही (✓) और गलत कथन के सामने गलत (✗) लिखिए (लिखकर)-

Answer - 3 : -



Question - 4 : -
निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर एक शब्द में दीजिए-
(क) पृथ्वी द्वारा सभी वस्तुओं पर लगाया गया आकर्षण बल।
(ख) इकाई क्षेत्र पर कार्य करने वाला अभिलम्बवत् बल।
(ग) वह बल जो वस्तु को जल में तैरते हुए रखती है।
(घ) दाब का S.I. मात्रक है।

Answer - 4 : -

(क) 
गुरुत्वाकर्षण बल

(ख) 
दाब

(ग) 
उत्प्लावन बल

(घ) 
न्यूटन

Question - 5 : - जल पम्प में कितने वाल्व होते हैं? प्रत्येक का कार्य स्पष्ट करें।

Answer - 5 : -

जल पम्प में दो वाल्व होते हैं, एक वाल्व पिस्टन में तथा एक वाल्व पम्प की नली में होता है। ये वाल्व पानी को पम्प की नली से बाहर निकालने में सहायता करते हैं।

Question - 6 : - निर्देव दाबमापी का सचित्र वर्णन कीजिए।

Answer - 6 : -

निर्दव दाबमापी में किसी द्रव का उपयोग नहीं होता। यह काफी हलका होता है। इसे निर्देव दाबमापी कहते हैं। इसके अन्दर एक डिब्बा होता है, जिसके ऊपर और नीचे का तल लहरियादार धातु के बने होते हैं। डिब्बे पर पड़ने वाला वायुमण्डलीय दाब, पैमाने पर घूमने वाले एक संकेतक से ज्ञात होता जाता है।

वायुमण्डलीय दाब की कमी अथवा अधिकता के अनुसार ही पैमाने पर कमानी से लगा संकेतक घूमता है। संकेतक की स्थिति देखकर किसी स्थान विशेष का दाब ज्ञात हो जाता है।

Question - 7 : - साइकिल पम्प की कार्य विधि का सचित्र वर्णन कीजिए।

Answer - 7 : -

इसमें धातु का खोखला बेलन होता है, जिसके निचले सिरे पर साइकिल में हवा भरने के लिए रबर ट्यूब एवं हवा भरते समय पम्प को जमीन पर स्थिर रखने हेतु धातु की एक पटरी लगी होती है। पिस्टन के ऊपरी सिरे पर हत्था लगा रहता है, हत्थे से लगी हुई एक छड़ निचले सिरे पर एक धातु की चकती से कसी होती है, जिसके ऊपर चमड़े की आकृति का . . वॉशर लगा रहता है। यह वॉशर, वाल्व का कार्य करता है।

कार्य विधि – जब पम्प के हत्थे को ऊपर की ओर खींचा जाता है, तब पिस्टन के सिकुड़ने के फलस्वरूप उसके नीचे वायु कम हो जाता है। पिस्टन के ऊपर से हवा दबाव डालकर वाशर के नीचे बेलन में भर जाती है। जब हत्थे को नीचे दबाया जाता है, तब पिस्टन के नीचे की वायु पर दाब बढ़ता है, जिसके कारण वॉशर के किनारे फैल कर बेलन से चिपक जाते हैं और दबी हुई वायु रबर की नली से होकर ट्यूब में चली जाती है। साइकिल ट्यूब में भरी वायु के वाल्व ट्यूब पर बाहर से दाब डालने के कारण ट्यूब में भरी वायु बाहर नहीं निकल पाती है। पिस्टन को बार-बार ऊपर-नीचे करने से साइकिल ट्यूब में हवा भर जाती है।

Question - 8 : - उत्प्लावन बल किसे कहते हैं? इसके आधार पर प्लवन का सिद्धान्त स्पष्ट करें।

Answer - 8 : -

किसी वस्तु को पानी में या द्रव में पूर्णतः डुबोने पर वह अपने आयतन के बराबर द्रव विस्थापित करती है, उसे उत्प्लावन बल कहते हैं।
प्लवन का सिद्धान्त-वस्तु का भार उत्प्लावन बल के बराबर या इससे कम होने पर वस्तु तैरती रहती है। चूंकि वस्तु पर कार्यरत उत्प्लावन बल = वस्तु द्वारा विस्थापित द्रव का भारे। इसलिए जब वस्तु का भार वस्तु द्वारा हटाए गए पानी के बराबर होता है तो वस्तु पानी की सतह पर पूर्णतः डुबी हुई तैरती है इसे प्लवन का सिद्धान्त कहते हैं।

Question - 9 : - आर्कमीडिज का सिद्धान्त क्या है?

Answer - 9 : -

जब कोई वस्तु किसी द्रव में पूर्णतः या आंशिक रूप से डुबोई जाती है तो उसके भार में कमी प्रतीत होती है। भार में यह आभासी कमी उस वस्तु द्वारा हटाए गए द्रव के भार के बराबर होती है। इसे आर्कमीडिज का सिद्धान्त कहते हैं।

Question - 10 : -
निम्नलिखित प्रश्नों को अपनी उत्तर पुस्तिका में हल कीजिए:
(क) 50 मीटर गहरे समुद्र की तली पर दाब क्या होगा? P = hdg (समुद्र के जल का घनत्व = 1.01 x 10_3 किग्रा/मी_3, g= 10 मीटर/सेकंड_2)
(ख) एक हाथी का भार 25000 न्यूटन है। यदि उसके पैर के तलवों का क्षेत्रफल 0.25 मीटर2 है, तो उसके द्वारा आरोपित दाब की गणना न्यूटन/मीटर में कीजिए। (P= F/A)
(ग) बताइए कि जल पम्प द्वारा अधिक-से-अधिक कितनी गहराई से जल निकाल सकते हैं? (वायुमण्डलीय दाब = 76 सेमी पारे के स्तम्भ का दाब, पारे का घनत्व = 13.6 x 103 किग्रा/मीटर3)

Answer - 10 : -

(क)


(ख) 


(ग)

अतः जल पम्प द्वारा अधिक-से-अधिक 10.33 मीटर गहराई से जल निकाल सकते हैं।

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