Question -
Answer -
(अ)
फ्यूज तार – यह सीसे और टिन से बनी मिश्र धातु का कम गलनांक वाला एक पतला तार होता है जो विद्युत परिपथ में शॉर्ट सर्किट से होने वाली हानि से हमें बचाता है।
उपयोग – विद्युत परिपथ में शार्ट सर्किट होने पर तथा अधिक वोल्टेज आने पर यह स्वयं पिघल जाता है। जिससे विद्युत धारा का प्रवाह रुक जाता है और तारों तथा विद्युत उपकरणों को कोई हानि । नहीं पहुँचती है।
फ्यूज तार को चीनी मिट्टी के बने एक खोल में लगाते हैं, इसे फ्यूज कैरियर कहते हैं।
(ब)
विद्युत परिपथ में लगे उपकरण जैसे- बल्ब, पंखा, फ्रीज आदि। इन उपकरणों को खराब होने से बचाने के लिए प्रत्येक विद्युत परिपथ में एक कम गलनांक वाले मिश्र धातु के तार के टुकड़े को प्रयोग किया जाता है। यह तार का टुकड़ा एक विद्युत रोधी आधार के कटआउट में लगाया जाता है। इस छोटे तार को फ्यूज कहते हैं। इसे मेंस के श्रेणी क्रम में जोड़ा जाता है।
(स)
घरेलू विद्युत प्रयोग में निम्नलिखित सावधानियाँ बरतनी चाहिए-
- विद्युत धारा के खुले तार को नहीं छूना चाहिये।
- भीगे हाथों से स्विच को नहीं छूना चाहिये।
- घरों में अच्छे, विद्युत रोधी लेप वाले संयोजक तार लगाए जाएँ।
- विद्युत उपकरण मानक स्तर (आई०एस०आई०) के ही प्रयोग में लाए जाएँ।
- घरों में वायरिंग कराते समय उदासीन तार का सम्बन्ध पृथ्वी (अर्थिंग) से अवश्य किया जाए।
- विद्युत कार्य करते समय रबड़ के दस्ताने पहने जाएँ।
- विद्युत परिपथों में सुरक्षा के दृष्टिकोण से सुरक्षा फ्यूज का प्रयोग अवश्य किया जाना चाहिए।
- किसी प्रकार के खतरे की आशंका होने पर सर्वप्रथम मेन्स का स्विच आफ कर देना चाहिए।