Chapter 9 शीतोष्ण घासस्थलों में जीवन Solutions
Question - 1 : - वेल्ड दक्षिणी गोलार्ध में स्थित है। जब वेल्ड में ग्रीष्म ऋतु होती है, तो उस समय प्रेअरी में कौन-सी ऋतु होगी?
Answer - 1 : - जब वेल्ड में ग्रीष्म ऋतु होती है तो उस समय प्रेअरी में शीत ऋतु होती है।
Question - 2 : - किसी-न-किसी प्रकार की घास, पृथ्वी के धरातल पर लगभग सभी जगह पाई जाती है। उन स्थानों के नाम बताइए, जहाँ आपने घास को उगते देखा है।
Answer - 2 : - घास मुख्यतः खेतों में, खेल के मैदानों में, नदी के तटबंध पर, सड़क के किनारों पर या आसपास, पहाड़ी भागों के ढलानों पर, पठारी भागों में, पार्श्व मार्ग के दरारों में आदि स्थानों पर पाए जाते हैं।
Question - 3 : - उत्तर-अमेरिकी शीतोष्ण घासस्थल को क्या कहा जाता है?
Answer - 3 : - प्रेअरी।
Question - 4 : - उत्तर-अमेरिकी घासस्थल के पशु चरागाह को क्या कहते हैं?
Answer - 4 : - रैंच।
Question - 5 : - वेल्ड को अपवाहित करने वाली नदियों के नाम बताइए।
Answer - 5 : - वेल्ड को अपवाहित करने वाली नदियों के नाम-ऑरेंज नदी, लिंगपोपो नदी आदि प्रमुख हैं।
Question - 6 : - वेल्ड में वर्षा ऋतु कब आती है?
Answer - 6 : - वेल्ड में वर्षा ऋतु ग्रीष्मकालीन महीनों (नवम्बर, दिसम्बर, जनवरी और फरवरी) में होती है।
Question - 7 : - दक्षिण अफ्रीकी घासस्थल के लोगों का मुख्य व्यवसाय क्या है?
Answer - 7 : - दक्षिण अफ्रीकी घासस्थल के लोगों का मुख्य व्यवसाय पशुपालन है।
Question - 8 : - सही (✓) उत्तर चिह्नित कीजिए –
(क) मिसीसिपी नदी अपवाहित करती है
1. कनाडा
2. अफ्रीका
3. संयुक्त राज्य अमेरिका
(ख) डेकेन्सबर्ग पर्वत किसे घेरते हैं?
1. प्रेअरी
2. वेल्ड
3. पंपास
(ग) मेरिनो प्रजाति है,
1. मछली
2. हाथी
3. भेड़
(घ) किंबरले किसके लिए प्रसिद्ध है?
1. हीरा
2. चाँदी
3. प्लैटिनम
Answer - 8 : -
(क) 3. संयुक्त राज्य अमेरिका
(ख) 2. वेल्ड
(ग) 3. भेड़
(घ) 1. हीरा
Question - 9 : - निम्नलिखित स्तंभों को मिलाकर सही जोड़े बनाइए –
Answer - 9 : -
Question - 10 : - कारण बताइए –
(क) प्रेअरी को ‘विश्व का धान्यागार’ कहा जाता है।
(ख) वेल्ड में ऊनी उद्योग का विकास उत्तर वेल्ड में ऊनी उद्योग के विकसित होने के कारण
Answer - 10 : -
(क) इस प्रदेश में उपजाऊ भूमि और गेहूँ के लिए अनुकूल जलवायु पाई जाती हैं तथा यह प्रदेश संयुक्त राज्य अमेरिका के उत्तरी भाग और कनाडा के दक्षिणी भाग में स्थित है। यह प्रदेश काफी विकसित क्षेत्र है, इसलिए यहाँ के किसान कृषि वैज्ञानिक विधियों एवं ट्रैक्टर, हारवेस्टर तथा कंबाइन के उपयोग करके गेहूं की फसल को अधिक मात्रा में उगाते हैं। गेहूँ के अत्यधिक उत्पादन के कारण प्रेअरी को विश्व का धान्यागार भी कहते हैं।
(ख) वेल्ड में ऊनी उद्योग का विकास उत्तर वेल्ड में ऊनी उद्योग के विकसित होने के कारण
1. वेल्ड का अधिकतर भाग घास से ढंके हुए हैं।
2. भेड़ पालन यहाँ के लोगों का मुख्य व्यवसाय है। मेरिनो भेड़ एक लोकप्रिय प्रजाति है और इससे काफी अच्छा ऊन मिलता है।
3. यहाँ शीत ऋतु ठंडी एवं शुष्क होती है। इस दौरान तापमान 5° सेल्सियस से 10° सेल्सियस के मध्य रहता है तथा ग्रीष्म ऋतु काफी छोटी होती है, इसलिए यहाँ ऊनी वस्त्र की माँग काफी अधिक होती है।