Question -
Answer -
(क) मानव अपने पर्यावरण के साथ पारस्परिक क्रिया करता है और उसमें अपनी आवश्यकता के अनुसार परिवर्तन करता है। वह अपनी आवश्यकता के लिए फसल उगाता है, पशुओं को पालता है, वस्तुओं को निर्मित करने के उद्योगों की स्थापना करता है। आवागमन के लिए यातायात के साधनों का निर्माण करता है। नदियों पर बाँध बनाकर बाढ़ पर नियंत्रण और सिंचाई का प्रबंध करता है। ये सभी मनुष्य को पर्यावरण से प्राप्त नहीं होता, बल्कि वह पर्यावरण में बदलाव करके प्राप्त करता है।
(ख) सभी पेड़-पौधे, जीव-जन्तु एवं मानव अपने आस-पास के पर्यावरण पर आश्रित होते हैं। प्रायः वे एक-दूसरे पर भी आश्रित हैं। जीवधारियों का आपसी एवं अपने आस-पास के पर्यावरण के बीच का संबंध ही पारितंत्र का निर्माण करता है। अधिक वर्षा वाले वन, घासस्थल, रेगिस्तान, पर्वत, झील, नदी, महासागर एवं छोटे से ताल का भी एक पारितंत्र हो सकता है।