Question -
Answer -
अकबर ने अपने करीबी मित्र और दरबारी अबुल फजल को आदेश दिया कि वह उसके शासनकाल का इतिहास लिखें। अबुल फजल ने यह इतिहास तीन जिल्दों में लिखा और इसको शीर्षक है ‘अकबरनामा’। पहली जिल्द में अकबर के पूर्वजों का बयान है और दूसरी अकबर के शासनकाल की घटनाओं का विवरण देती है। तीसरी जिल्द आइने अकबरी है। इसमें अकबर के प्रशासन, घराने, सेना, राजस्व और साम्राज्य के भूगोल का ब्यौरा मिलता है। इसमें समकालीन भारत के लोगों की परंपराओं और संस्कृतियों का भी विस्तृत वर्णन है। आइने-अकबरी का सबसे रोचक आयाम है, विविध प्रकार की चीजों-फसलों, पैदावार, कीमतों, मजदूरी और राजस्व का सांख्यिकीय विवरण।