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साइबर स्पेस इण्टरनेट-साइबर स्पेस इलेक्ट्रॉनिक कम्प्यूटरराइज्ड स्पेस की दुनिया है। यह ‘वर्ल्ड वाइड वेबसाइट’ (www) जैसे इण्टरनेट द्वारा घेरा हुआ है। यह इलेक्ट्रॉनिक डिजीटल है जो कम्प्यूटर नेटवर्क द्वारा सूचना भेजने के लिए होता है जिसमें प्रेषक और प्राप्तकर्ता को कोई भौतिक गति नहीं करनी होती। साइबर स्पेस सभी स्थानों पर होता है। यह कार्यालय नाव, वायुयान तथा अन्य सभी स्थानों पर होता है।
प्रगति – इलेक्ट्रॉनिक नेटवर्क की गति जिस पर यह कार्य करता है असामान्य होती है जो मानव इतिहास में अद्वितीय है। सन् 1955 में इण्टरनेट के उपयोगकर्ता संख्या में 5 करोड़ थे जो सन् 2000 में 40 करोड़ और सन् 2010 में 200 करोड़ हैं। पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक उपयोगकर्ताओं का संयुक्त राज्य अमेरिका से विकासशील देशों में स्थानान्तरण हुआ है। संयुक्त राज्य अमेरिका में उपयोगकर्ताओं का प्रतिशत अंश सन् 1995 में 66 प्रतिशत रह गया। अब विश्व के अधिकांश उपयोगकर्ता संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान, चीन और भारत में हैं।
भविष्य – साइबर स्पेस समकालीन, आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र में ई-मेल, ई-कॉमर्स लर्निंग आदि द्वारा परिवर्तन लाएँगी। फैक्स, टी०वी०, रेडियो के साथ इण्टरनेट प्रत्येक व्यक्ति की पहुँच में हो जाएगा। यह आधुनिक संचार प्रणाली है।