The Total solution for NCERT class 6-12
दिया है, B =0.50 T, l = 0.15 m, v = 0.12 m s-1, R = 9.0 x 10-3(a) छड़ में प्रेरित विद्युत वाहक बलe = Bvl = 0.50 x 0.12 x 0.15 = 9 x 10-3 V = 9.0 mVछड़ का सिरा P धनात्मक तथा २ ऋणात्मक होगा।
(b) हाँ, छड़ के Q सिरे पर इलेक्ट्रॉन एकत्र हो जाएँगे जबकि P सिरे पर धनावेश की अधिकता हो जाएगी। यदि कुंजी K को बन्द कर दिया जाए तो सिरे पर एकत्र होने वाले इलेक्ट्रॉन बन्द परिपथ से होते हुए (G से होकर) सिरे P की ओर गति करने लगेंगे। इस प्रकार परिपथ में स्थायी धारा स्थापित हो जाएगी।
(c) जब कुंजी K खुली है तो P सिरा धनात्मक व Q सिरा ऋणात्मक हो जाता है। इससे छड़ के भीतर सिरे P से सिरे २ की ओर एक विद्युत क्षेत्र स्थित हो जाता है। इस क्षेत्र के कारण इलेक्ट्रॉनों पर Q से P की ओर विद्युत बल लगता है जो विपरीत दिष्ट चुम्बकीय बल को सन्तुलित कर लेता है। इस प्रकार इलेक्ट्रॉनों पर कोई नैट बल कार्य नहीं करता है।
(e) कुंजी K के बन्द होने पर छड़ को खींचते रहने के लिए व्यय की जाने वाली शक्तिP = Fv = 0.075 x 0.12 = 9 x 10-3 W
(f) परिपथ में व्यय ऊष्मीय शक्तिP = R= (1.0) x 9.0 x 10-3 = 9 x 10-3 Wइस शक्ति का स्रोत छड़ को एकसमान वेग से खींचते रहने के लिए बाह्य स्रोत द्वारा व्यय की गई शक्ति है।
(g) शून्य; इस स्थिति में छड़ चुम्बकीय बल रेखाओं को नहीं काटेगी।अतः कोई विद्युत वाहक बल प्रेरित नहीं होगा।