The Total solution for NCERT class 6-12
Answer - 21 : -
उक्त सूत्र से पथ की त्रिज्या की गणना की जा सकती है।
Answer - 22 : - दिया है, इलेक्ट्रॉनों के लिए त्वरक विभव V = 100 V
Answer - 23 : - (a) X– किरण विकिरण में λ = 0.45 = 45 x 10-12 m∴ विकिरण में फोटॉन की उच्चतम ऊर्जा
Answer - 24 : - घटना में विलुप्त इलेक्ट्रॉन-पॉजिट्रॉन की कुल ऊर्जा = 10.2 x 109 eVयह ऊर्जा दोनों γ-फोटॉनों में बराबर-बराबर बँट जाएगी।
Answer - 25 : - (a) प्रेषी की शक्ति P = 10 kW = 104 Wउत्सर्जित फोटॉनों की तरंगदैर्घ्य λ = 500 m
यद्यपि यह संख्या रेडियो प्रेषी द्वारा प्रति सेकण्ड उत्सर्जित फोटॉनों की संख्या से अत्यन्त कम है। परन्तु आँख के सूक्ष्म क्षेत्रफल की दृष्टि से इतनी अधिक है कि हम आँख पर गिरने वाले फोटॉनों के अलग-अलग प्रभाव को संसूचित नहीं कर पाते अपितु प्रकाश के सतत प्रभाव का अनुभव करते हैं।
Answer - 26 : -
Answer - 27 : - दिया है, λ1 =640.2nm = 640.2 x 10-9 mनिरोधी वोल्टता V1 = 0.54Vλ2 = 427.2nm = 427.2 x 10-9m के लिए निरोधी विभव V2 = ?आइन्स्टीन के प्रकाश-विद्युत समीकरण से,
Answer - 28 : - किसी दी गई तरंगदैर्घ्य 2 के लिए संगत आवृत्ति
Answer - 29 : - He-Cd लेसर से उत्पन्न तरंगदैर्घ्य λ = 3300 = 3.3 x 10-7mइस विकिरण के एक फोटॉन की ऊर्जा
∵ Mo तथा Ni के लिए कार्य-फलंन, उक्त विकिरण के एक फोटॉन की ऊर्जा से अधिक है; अतः उक्त दोनों धातु प्रकाश-विद्युत उत्सर्जन नहीं देंगे। यदि लेसर को 1m के स्थान पर 50 cm दूरी पर रख दें तो भी उक्त परिणाम में कोई अन्तर नहीं आएगा, क्योंकि लेसर को समीप रखने पर धातु पर गिरने वाले प्रकाश की तीव्रता तो बढ़ जाएगी,परन्तु एक फोटॉन से सम्बद्ध ऊर्जा में कोई परिवर्तन नहीं होगा।
Answer - 30 : - दिया है, प्रकाश की तीव्रता I = 10-5 W/m2सेल का क्षेत्रफल A= 2 x 10-4m, कार्य-फलन Φ0 = 2eV∴ सोडियम परमाणु की लगभग त्रिज्या r = 10-10 m∴ सोडियम परमाणु का लगभग क्षेत्रफल πr² = 3.14 x 10-20 =10-20 m2∴ एक परत में उपस्थित सोडियम परमाणुओं की संख्या
उत्तर का निहितार्थ: इस उत्तर से स्पष्ट है कि प्रकाश के तरंग सिद्धान्त के अनुसार प्रकाश विद्युत-उत्सर्जन की घटना में एक इलेक्ट्रॉन को उत्सर्जित होने में लगने वाला समय बहुत अधिक है जो कि इलेक्ट्रॉन उत्सर्जन में लगे प्रेक्षित समय (लगभग 10-9s) से मेल नहीं खाता। इससे स्पष्ट है कि प्रकाश का तरंग सिद्धान्त प्रकाश विद्युत उत्सर्जन की व्याख्या नहीं कर सकता।