Question -
Answer -
चित्र2.6 में घन की भुजा =b
अतः घन का प्रत्येक विकर्ण= =b√3
घन के प्रत्येक शीर्ष पर स्थित आवेश =q तथा प्रत्येक आवेश की घन के केन्द्र O(चारों विकर्णोAF, EB, CH तथा GD का छेदन बिन्दु, जो इनका मध्य बिन्दु होता है) से दूरी
चूंकि प्रत्येक विकर्ण के शीर्ष पर समान परिमाण तथा समान प्रकृति के आवेश रिथत हैं, अतः इनके कारण.O पर तीव्रता परिमाण में बराबर तथा दिशा में विपरीत होगी। अतः ये एक-दूसरे को निरस्त कर देंगी। अतः O पर परिणामी तीव्रता शून्य होगी।