Question -
Answer -
भूकम्पीय गतिविधियों के अतिरिक्त भूगर्भ की जानकारी प्रदान करने वाले अप्रत्यक्ष साधनों में पदार्थ के गुण-धर्म का विश्लेषण, खनन क्रिया या अन्य किसी प्रयोजना के अन्तर्गत पृथ्वी के अन्दर स्थित पदार्थों का ताप, दाब एवं घनत्व एवं इनके अतिरिक्त उल्काएँ और पृथ्वी के केन्द्र से दूरी के कारण गुरुत्वाकर्षण बल वे चुम्बकीय पदार्थ उल्लेखनीय स्रोत हैं। पृथ्वी की मोटाई के आधार पर वैज्ञानिकों ने विभिन्न गहराई पर पाए पदार्थों के तापमान, दबाव एवं घनत्व के मान के आधार पर निष्कर्ष निकाला है कि गहराई बढ़ने पर इनमें वृद्धि होती है अतः पृथ्वी का आभ्यन्तर अधिक ताप, दाब व घनत्व वाले पदार्थों द्वारा निर्मित है। पृथ्वी के केन्द्र से दूरी के साथ गुरुत्व का मान भी पदार्थ के द्रव्यमान के अनुसार बदलता है। इसके लिए पृथ्वी के भीतर पदार्थों का असमान वितरण उत्तरदायी माना जाता है, यह तथ्य चुम्बकीय सर्वेक्षण से भी सिद्ध होता है। अतः विभिन्न प्रकार के इन अप्रत्यक्ष स्रोतों के आधार पर पृथ्वी के आभ्यन्तर के विषय में जानकारी प्राप्त की जाती है किन्तु इन सभी में भूकम्पीय तरंगों से सर्वाधिक सही जानकारी प्राप्त होती है।