Question -
Answer -
क्लोरीन तथा सल्फर डाइऑक्साइड की अभिक्रिया निम्नलिखित समीकरण द्वारा व्यक्त की जा सकती है
Cl2 +SO2 → Cl– + SO2-4
इस अपचयोपचय अभिक्रिया को आयन-इलेक्ट्रॉन विधि से निम्नांकित पदों में सन्तुलित करते हैं-
पद 1. पहले ढाँचा समीकरण लिखते हैं-
Cl2 +SO2 → Cl–+ SO2-4
पद 2. दो अर्द्ध-अभिक्रियाएँ निम्नवत् हैं-
- ऑक्सीकरण अर्द्ध-अभिक्रिया : SO2 → SO2-4
- अपचयन अर्द्ध-अभिक्रिया : Cl2 → Cl–
पद 3. ऑक्सीकरण अर्द्ध-अभिक्रिया में 0 परमाणुओं को सन्तुलित करने के लिए समीकरण में बाईं ओर दो जल अणु जोड़ते हैं-
SO2 +2H2O → SO2-4 +4H+
पद 4. सन्तुलित अपचयन अर्द्ध-अभिक्रिया निम्नवत् होगी ।-
Cl2 →2Cl–
पद 5. इस पद में हम दोनों अर्द्ध-अभिक्रियाओं में आवेश का सन्तुलन इस प्रकार करेंगे-
SO2 + 2H2O → SO2-4 +4H+ +2e–
Cl2 +2e– → 2Cl–
पद 6. उपर्युक्त दोनों अर्द्ध-अभिक्रियाओं को जोड़ने पर-
Cl2 +SO2 + 2H2O → 2Cl– + SO2-4 +4H+
अन्तिम सत्यापन दर्शाता है कि समीकरण परमाणुओं की संख्या एवं आवेश की दृष्टि से सन्तुलित है।