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Chapter 7 साम्यावस्था (Equilibrium) Solutions

Question - 31 : - हेबर विधि में प्रयुक्त हाइड्रोजन को प्राकृतिक गैस से प्राप्त मेथेन को उच्च ताप की भाप से क्रिया कर बनाया जाता है। दो पदों वाली अभिक्रिया में प्रथम पद में CO एवं H2 बनती हैं। दूसरे पद में प्रथम पद में बनने वाली CO और अधिक भाप से अभिक्रिया करती है।
CO(g) + H2O(g)
CO2(g) + H2(g)
यदि 400°C पर अभिक्रिया पात्र में co एवं भाप का सममोलर मिश्रण इस प्रकार लिया जाए कि pCO = PH2O = 4.0 bar, H2 का साम्यावस्था पर आंशिक दाब क्या होगा? 400°C पर Kp = 10.1

Answer - 31 : -


Question - 32 : - बताइए कि निम्नलिखित में से किस अभिक्रिया में अभिकारकों एवं उत्पादों की सान्द्रता सुप्रेक्ष्य होगी-
(
) Cl2(g) 2Cl(g) Kc=5×10-39
(
) Cl2(g) + 2NO(g) 2NOCI(g) Kc = 3.7×108
(
) Cl2(g) + 2NO2(g) 2NO2Cl(g) Kc = 1.8

Answer - 32 : - अभिक्रिया (ग) जिसके लिए Kन उच्च और न निम्न में अभिकारकों तथा उत्पादों की सान्द्रता सुप्रेक्ष्य होगी।

Question - 33 : - 25°C पर अभिक्रिया 3O2(g) 2O3 (g) के लिए K. का मान 2.0 x 10-50है। यदि वायु में 25°C ताप पर O2 की साम्यावस्था सान्द्रता 1.6 x 10-2 है तो की सान्द्रता क्या होगी?

Answer - 33 : -


Question - 34 : - Co(g) +3H2(g)CH4(g) + H2O(g) अभिक्रिया एक लीटर फ्लास्क में 1300 K पर साम्यावस्था में है। इसमें CO के 0.3 मोल, H2 के 0.01 मोल, H2O के0.02 मोल एवं CH4 की अज्ञात मात्रा है। दिए गए ताप पर अभिक्रिया के लिए Kc का मान 3.90 है। मिश्रण CH4 की मात्रा ज्ञात कीजिए।

Answer - 34 : -


Question - 35 : - संयुग्मी अम्ल-क्षारक युग्म का क्या अर्थ है? निम्नलिखित स्पीशीज के लिए संयुग्मी अम्ल/क्षारक बताइए- HNO2, CN, HClO4, F, OH,CO2-3 एवं S2-

Answer - 35 : - संयुग्मी अम्ल-क्षार युग्म (Conjugate acid-basepair)-अम्ल-क्षार युग्म जिसमें एक प्रोटॉन का अंतर होता है, संयुग्मी अम्ल-क्षार युग्म कहलाता है। अम्ल-HNO2,HClO4
क्षारक- CN, F, OH, CO2-3 एवं S2-
इनके संयुग्मी अम्ल/क्षारक निम्नलिखित हैं-

Question - 36 : - निम्नलिखित में से कौन-से लूइस अल ही
H2O, BF3, H+ 
एवं NH4+

Answer - 36 : -

BF3, H+ तथा NH4+.

Question - 37 : - निम्नलिखित ब्रान्स्टेड अम्लों के लिए संयुग्मकों कैमून लिखिए-
HF, H2SO4 
एवं HCO3

Answer - 37 : -

F,HSO4 तथा CO2-3
(
संयुग्मी क्षारक संयुग्मी अम्ल H+)

Question - 38 : - ब्रान्स्टेड क्षारकों NH2, NH2 तथा HCOO के संयुग्मी अम्ल लिखिए

Answer - 38 : -

NH3, NH+4, HCOOH
(
संयुग्मी अम्ल संयुग्मी क्षारक +H+)

Question - 39 : - स्पीशीज H2O, HCO2, HSO4 ता NH2 ब्राम्स्टेड अम्ल तथा क्षारक-दोनों की भाँति व्यवहार करते हैं। प्रत्येक के संयुग्मी अम्ल लथा-क्षकबाइए।

Answer - 39 : -


Question - 40 : - निम्नलिखित स्पीशीज को लूइस अम्ल तथा क्षारक में वर्गीकृत कीजिए तथा बताइए कि ये किस प्रकार लूइस अम्ल-क्षारक के समान कार्य करते हैं
(
) OH
(
) F
(
) H+
(
) BCl3

Answer - 40 : -

() OH इलेक्ट्रॉन युग्म दान कर सकता है, अतः यह लुइस क्षारक है।
(
) F इलेक्ट्रॉन युग्म दान कर सकता है, अतः यह लुइस क्षारक है।
(
) H+ इलेक्ट्रॉन युग्म ग्रहण कर सकता है, अतः यह लुइस अम्ले है।
(
) BCl3 इलेक्ट्रॉन न्यून स्पीशीज है, अतः यह लुइस अम्ल है।

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