Question -
Answer -
1960 से निरन्तर विभिन्न राज्यों से प्रान्तीय स्वतन्त्रता की माँग निरन्तर उठाई जाती रही है। पश्चिम बंगाल, पंजाब, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर व कुछ उत्तर पूर्वी राज्यों से विशेष रूप से यह माँग आती रही है-
- केन्द्र व राज्यों के मध्य शक्तियों का विभाजन राज्यों के पक्ष में होना चाहिए।
- राज्यों की केन्द्र पर आर्थिक निर्भरता नहीं होनी चाहिए।
- राज्यों के मामलों में केन्द्र का कम-से-कम हस्तक्षेप होना चाहिए।
- राज्यपाल के पद का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए व राज्यपाल की नियुक्ति में राज्यों में मुख्यमन्त्रियों का परामर्श लिया जाना चाहिए।
- सांस्कृतिक स्वायत्तता होनी चाहिए।
- सभी राज्यों का समान विकास होना चाहिए।
- संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए।