MENU
Question -

निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखें

(क) उड़िया उपन्यास
(ख) जेन ऑस्टिन द्वारा औरतों का चित्रण
(ग) उपन्यास परीक्षा-गुरु में दर्शायी गई नए मध्यवर्ग की तस्वीर।



Answer -

(क) उड़िया उपन्यास – उड़िया उपन्यास की शुरुआत 1877-78 में नाटककार रामशंकर राय द्वारा रचित सौदामिनी के नाम से हुई। उन्होंने इसका धारावाहिक प्रकाशन शुरू किया। 30 साल के अन्दर उड़ीसा में फकीर मोहन सेनापति एक प्रमुख उपन्यासकार के रूप में उभरे। उन्होंने एक उपन्यास ‘ छ: माणो आठौ गुंठो’ (1902) लिखा जिसका शाब्दिक अर्थ है-छह एकड़ और बत्तीस कट्टे ज़मीन। इस उपन्यास के साथ एक नए किस्म के उपन्यास की धारा शुरू हुई, जिसमें ज़मीन और उस पर हक के सवाल को उठाया जाने लगा। इस उपन्यास में रामचंद्र मंगराज की कहानी है जो एक जमीदार के यहाँ मैनेजर की नौकरी करता है। यह मैनेजर अपने आलसी और पियक्कड़ मालिक को ठगता है और नि:संतान बुनकर पति-पत्नी भगिया और सरिया की उपजाऊ जमीन को हथियाने की तरकीब सोचता रहता है। यह उपन्यास मील का पत्थर साबित हुआ और इसने साबित कर दिया कि उपन्यास के ज़रिये ग्रामीण मुद्दों को भी गहरी सोच का अहम हिस्सा बनाया जा सकता है। उड़िया के इस उपन्यास ने उड़ीसा के अलावा बंगाल व अन्य स्थानों के लेखकों के लिए रास्ता खोल दिया था।
(ख) जेन ऑस्टिन द्वारा औरतों का चित्रण – जेन ऑस्टिन के उपन्यासों में हमें उन्नीसवीं सदी के ब्रिटेन के ग्रामीण कुलीन समाज की झाँकी मिलती है। हमें ऐसे समाज के बारे में सोचने की प्रेरणा मिलती है जहाँ महिलाओं को धनी या जायदाद वाले वर खोजकर ‘अच्छी’ शादियाँ करने के लिए उत्साहित किया जाता था। जेन ऑस्टिन के उपन्यास ‘प्राइड एंड प्रेज्युडिस’ की पहली पंक्ति में लिखा गया-‘यह एक सर्वस्वीकृत सत्य है कि कोई अकेला आदमी अगर मालदार है तो उसे एक अदद बीवी की तलाश होगी।’ इस बयान से हम ऑस्टिन के समाज को समझ सकते हैं कि उनके उपन्यासों की औरतें क्यों हमेशा अच्छी शादी और पैसे की फ़िराक में रहती हैं।
(ग) उपन्यास ‘परीक्षा-गुरु’ में नए मध्यवर्ग की तस्वीर – उपन्यास ‘ परीक्षा-गुरु’ में नए मध्यवर्ग की तस्वीर को दर्शाया गया है।

  1. इसमें खुशहाल परिवारों के युवाओं को बुरी संग-सोहबत के नैतिक खतरों से आगाह किया गया।
  2. परीक्षा-गुरु’ से नव-निर्मित मध्यवर्ग की अंदरूनी व बाहरी दुनिया का पता चलता है।
  3. इस वर्ग के लोगों को औपनिवेशिक शासन से कदम मिलाने में कैसी मुश्किलें आती हैं और अपनी सांस्कृतिक अस्मिता को लेकर वे क्या सोचते हैं, यह इस उपन्यास का कथ्य है।
  4. आधुनिकता की दुनिया उनको एक साथ भयानक और आकर्षक मालूम पड़ती है। उपन्यास पाठक को जीने के ‘सही तरीके’ बताता है।
  5. उपन्यास के किरदार दो अलग संसारों के बीच की दूरी पाटने की कोशिश करते दिखाई देते हैं।
  6. वे नई कृषि तकनीक अपनाते हैं, व्यापार-कर्म को आधुनिक बनाते हैं, भारतीय भाषा के प्रयोग बदलते हैं ताकि वे पाश्चात्य विज्ञान और भारतीय बुद्धि दोनों को अभिव्यक्त करने में सक्षम हो सकें।
  7. उपन्यास में इस बात पर जोर दिया गया है कि यह सब मध्यवर्गी गृहस्थी के पारंपरिक मूल्यों पर समझौता किए बगैर हो।

Comment(S)

Show all Coment

Leave a Comment

Free - Previous Years Question Papers
Any questions? Ask us!
×