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Question -

निम्नलिखित में ऊर्जा निष्कर्षित करने की सीमाएँ लिखिए
(a) पवनें
(b) तरंगें
(c) ज्वार-भाटा



Answer -

(a) पवन ऊर्जा की सीमाएँ

  1. इसके संयंत्र केवल उसी स्थान पर स्थापित किए जा सकते हैं, जहाँ ज्यादातर सालभर तीव्र हवा चलती है।
  2. पवन ऊर्जा फार्म के लिए विशाल भूखंड तथा अत्यधिक प्रारंभिक लागत की आवश्यकता होती है।
  3. टरबाइनों की गति बनाए रखने के लिए पवनों की न्यूनतम चाल 15mk/h से अधिक होनी चाहिए।
  4. इसके रखरखाव उच्चस्तरीय होना चाहिए, क्योंकि पवन चक्कियाँ धूप, वर्षा आदि से प्रभावित हो सकती हैं।
  5. इसकी दक्षता कम होती है।
(b) तरंग ऊर्जा की सीमाएँ

  1. तरंग ऊर्जा का सिर्फ वहीं पर व्यावहारिक उपयोग हो सकता है जहाँ तरंगें बहुत प्रबल हों।
  2. प्रारंभिक लागत, रखरखाव का खर्च अधिक है तथा तकनीकी दृष्टि से कठिन भी है।
  3. इससे लगातार एक-समान विद्युत शक्ति प्राप्त नहीं की जा सकती है।
  4. इसकी दक्षता निम्न होती है।
(c) ज्वार-भाटा-

  1. ज्वारीय ऊर्जा का दोहन हम सागर के किसी संकीर्ण क्षेत्र पर बाँध का निर्माण करके कर सकते हैं। ऐसे बाँध सिर्फ सीमित स्थानों पर ही बनाए जा सकते हैं।
  2. इसकी दक्षता बहुत निम्न है।
  3. इसके प्लांट की लागत अधिक है।
  4. ज्वार आने की आवृत्ति कम है। अतः इस ऊर्जा का प्रयोग सीमित है।

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