Question -
Answer -
मनुष्य को प्रकृति नाना रूपों में आंदोलित करती है। इस क्रम में बात प्रातः से शुरू करें तो प्रात:कालीन सूर्य हमें प्रसन्नता से भर देता है। हरियाली हमारी आँखों को सुहाती है। ओस की बूंदें हमें अपनी ओर खींचती हैं। आसमान में छाए कालेकाले बादल मन में उल्लास एवं मस्ती जगाते हैं तथा मन को खुशी से भर देते हैं। शाम को छिपता सूर्य मन को शांति से भर देता है। इसके अलावा नदी, पहाड़, झरने, पेड़, पौधे, फूल आदि विविध रूपों में आंदोलित करते हैं।