Question -
Answer -
(क) ”रस उँडेल कर गा लेती है”
इस पंक्ति में चिड़िया बन्धन-मुक्त और खुश होकर इतना सुंदर और मीठा गाती है मानो उसने सारा रस गाने में उँडेल दिया हो।
(ख) ”चढ़ी नदी का दिल टटोलकर
जल का मोती ले जाती है”
इन पंक्तियों में चिड़िया की कार्य-कुशलता को दर्शाया गया है। वह जल के बीच में स्थित मोती को भी ढूंढ लेती है, अर्थात वह तेज़ बहती नदी से भी पानी पी लेती है।