Question -
Answer -
पीढ़ी का अंतराल आने से विचार नहीं मिलते। युवा लोग पुराने विचारों को ढकोसला, मात्र परंपरा और दकियानूसी मानते हैं। वे तो पुराने विचारों को पूरी तरह त्याग देते हैं। इसीलिए पुराने विचार रखने वाले और कहने वाले उन्हें फालतू आदमी लगते हैं। विचारों को इस मतभेद ने मध्यवर्गीय जीवन को बहुत प्रभावित किया है। मध्यवर्गीय परिवार आज संयुक्त परिवार प्रथा को भूला चुके हैं क्योंकि विचारों का मतभेद वहाँ भी है। यशोधर पंत का जीवन इसी पीढ़ी अंतराल ने प्रभावित किया है। अपने बच्चों के विचारों को वे अपना नहीं सकते और अपने विचारों को वे छोड़ नहीं सकते। अपनाने और छोड़ने की इस दुविधा भरी स्थिति में यशोधर बाबू सपरिवार, होते हुए भी स्वयं को अकेला पाते हैं।