Question -
Answer -
‘जूझ‘ कहानी का शीर्षक पूर्णत : उपयुक्त है। इसमें एक किशोर के देखे और भोगे हुए गँवई जीवन के खुरदरे यथार्थ और उसके रंगारंग परिवेश क्री अत्यंत विश्वसनीय गाथा है। इसमें निम्नमध्यवर्गीय ग्रामीण समाज और लडते–जूझते किसान–मज़दूरों के संघर्ष की भी अनूठी झाँस्फी है। कहानी का नायक हर कदम पर संघर्ष करता हैं। वह बचपन में स्कूल में दाखिले के लिए संघर्ष करता है, फिर कक्षा में बच्चों को शरारतों से संघर्ष करता है तथा स्कूल में स्वय को स्थापित करने के लिए मेहनत करता है। साथ ही वह घर तथा खेत के सभी जायं करता है। इन लिब कार्यो को अपनी जुझारूपन की प्रवृन्ति रने वह कर पाता है। कविता लिखने में भी वह संघर्ष करता है। अत: यह शीर्षक लेखक के जुझारूपन को व्यक्त करता है।