Question -
Answer -
‘जूझ’ कहानी में लेखक के मन में कविताएँ रचने का प्रेरणा-स्रोत उसका शिक्षक सौंदलगेकर रहे हैं। वस्तुत: शिक्षक का दायित्व बड़ा होता है। कविता रस, लय, छद के आधार पर पढ़ाई व गाई जाती है। यदि शिक्षक का गला सुरीला है तथा उसे छद, अलंकार, लय व ताल आदि का ज्ञान होता है तो बच्चों में कविता सुनने व रचने की इच्छा जाग्रत होती है। यदि कोई बच्चा तुकबंदी करके कविता बनाता है तो शिक्षक उसे प्रोत्साहित कर सकता है। उसे कविता के संबंध में तकनीकी जानकारी दे सकता है तथा उसकी कमियों को दूर करने का सुझाव दे सकता है। अत: कविता के प्रति रुचि जगाने में शिक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।