Question -
Answer -
ऐन फ्रैंक एक यहूदी परिवार की लड़कौ थी। हिटलर के अत्याचारों से उसे भी अन्य यहूदियों की तरह अपना सावन बचाने के लिए दो वर्ष से अधिक समय तक अज्ञातवास में रहना पडा। इस दौरान उसने अज्ञातवास की पीडा, भय, आतंक , प्रेम, घृणा, हवाई हमले का डर, किशोरावस्था के सपने, अकेलापन, प्रकृति के प्रति संवेदना, युदृध को पीडा आदि का वर्णन अपनी डायरी में किया है। यह डायरी यहूदियों के खिलाफ़ अमानवीय दमन का पुख्ता सबूत है। इस कारण यह डायरी प्रसिदृध है।