Question -
Answer -
चार्ली चैप्लिन की अधिकांश फ़िल्में भाषा का इस्तेमाल नहीं करतीं, इसलिए उन्हें ज्यादा-से-ज्यादा मानवीय होना पड़ा। सवाक् फ़िल्मों पर कई बड़े-बड़े कामेडियन हुए हैं, लेकिन वे चैप्लिन की सार्वभौमिकता तक नहीं पहुँच पाए। चार्ली का चिर युवा होना या बच्चों जैसा दिखना एक विशेषता तो है ही, सबसे बड़ी विशेषता शायद यह है कि वे किसी भी संस्कृति को विदेशी नहीं लगते यानी उनके आसपास जो भी चीजें, अडंगें, खलनायक, दुष्ट औरतें आदि रहते हैं, वे एक सतत ‘विदेश’ या ‘परदेश’ बन जाते हैं और चैप्लिन हम बन जाते हैं।