MENU
Question -

इन रुबाइयों से हिंदी, उर्दू और लोकभाषा के मिले-जुले प्रयोगों को छाँटिए।



Answer -

आँगन में लिए चाँद के टुकड़े को खड़ी।

रह-रह के हवा में जो लोका देती है।
उलझे हुए गेसुओं में कंघी करके
दीवार की शाम घर पुते और सजे
बालक तो हुई चाँद पें ललचाया है।
आँगन में ठनक रहा है ज़िदयाया है।
देख आईने में चाँद उतर आया है।

Comment(S)

Show all Coment

Leave a Comment

Free - Previous Years Question Papers
Any questions? Ask us!
×