Question -
Answer -
सबसे तेज़ बौछारें गयीं। भादो गया
सवेरा हुआ
खरगोश की आखों जैसा लाल सवेरा
शरद आया पुलों को पार करते हुए
अपनी नई चमकीली साइकिल तेज चलाते हुए
घंटी बजाते हुए जोर-जोर से
चमकीले इशारों से बुलाते हुए
पतग उड़ाने वाले बच्चों के झुड को
चमकील इशारों से बुलाते हुए और
आकाश को इतना मुलायम बनाते हुए
कि पतंग ऊपर उठ सके
उत्तर –
इस अंश में कवि ने स्थिर व गतिशील आदि दृश्य बिंबों को उकेरा है। इन्हें हम इस तरह से बता सकते हैं-
तेज बौछारें – गतिशील दृश्य बिंब।
सवेरा हुआ – स्थिर दृश्य बिंब।
खरगोश की आँखों जैसा लाल सवेरा – स्थिर दृश्य बिंब।
पुलों को पार करते हुए – गतिशील दृश्य बिंब।
अपनी नयी चमकीली साइकिल तेज चलाते हुए – गतिशील दृश्य बिंब।
घंटी बजाते हुए जोर-जोर से – श्रव्य बिंब।
चमकीले इशारों से बुलाते हुए – गतिशील दृश्य बिंब।
आकाश को इतना मुलायम बनाते हुए – स्पर्श दृश्य बिंब।
पतंग ऊपर उठ सके – गतिशील दृश्य बिंब।