Question -
Answer -
इस कहानी का अंत और कई तरीकों से हो सकता है
मोहन द्वारा गाँव लौटकर झूठे मान की रक्षा के लिए कोई काम न करना और खाली बैठे रहना।
मोहन के माता-पिता का विद्रोह कर उठना और रमेश से झगड़ा करना, दोषारोपण करना।
धनराम को देखकर मोहन का मुँह फेर लेना और बात न करना।
मोहन द्वारा एक छोटा कारखाना खोलकर ग्रामीण लड़कों को हाथ का हुनर सिखाना।