MENU
Question -

‘लड़कियाँ हैं, वह घास-फूस की तरह बढ़ती चली जाती हैं।’ वाक्य समाज में लड़कियों की स्थिति की किस वास्तविकता को प्रकट करता है?



Answer -

इस कथन से तत्कालीन समाज में लड़कियों के प्रति उपेक्षा का भाव प्रकट होता है। जिस प्रकार खेत में उगी व्यर्थ घास फूस को उखाड़ने में बेकार की मेहनत लगती है, उसी प्रकार तत्कालीन समाज में लड़कियों को पाल-पोसकर ब्याह करना बेकार की बेगार मानी जाती थी, पर आज हमारे समाज में ऐसा नहीं है।

Comment(S)

Show all Coment

Leave a Comment

Free - Previous Years Question Papers
Any questions? Ask us!
×