Question -
Answer -
‘मनुष्यता’ कविता में वर्णित उशीनर, दधीचि और कर्ण द्वारा किए गए कार्य इस प्रकार हैं-
उशीनर – इन्हें राजा शिवि के नाम से भी जाना जाता है। राजा उशीनर ने अपनी शरण में आए एक कबूतर की रक्षा के लिए अपने शरीर से उसके वजन के बराबर माँस बाज को दे दिया। इस तरह दयालुता का अनुकरणीय कार्य किया।
दधीचि – महर्षि दधीचि ने दानवों को पराजित करने के लिए अपने शरीर की हड्डयाँ दान दे दीं जिनसे बज्र बनाकर दानवों को युद्ध में हराया गया और मानवता की रक्षा की गई।
कर्ण – कर्ण अत्यंत दानी वीर एवं साहसी योद्धा था। उसने ब्राह्मण वेशधारी श्रीकृष्ण और इंद्र को अपना कवच-कुंडल दान दे दिया। यह दान बाद में उसके लिए जानलेवा सिद्ध हुआ।
इस प्रकार उक्त महापुरुषों ने अनूठे कार्य करके मानवता की रक्षा की और त्याग एवं परोपकार करके मनुष्य को मनुष्यता की राह दिखाई।