Question -
Answer -
पावस ऋतु में प्रकृति में बहुत-से मनोहारी परिवर्तन आते हैं।
जैसे-
पर्वत, पहाड़, ताल, झरने आदि भी मनुष्यों की ही भाँति भावनाओं से ओत-प्रोत दिखाई देते हैं।
पर्वत ताल के जल में अपना महाकार देखकर हैरान-से दिखाई देते हैं।
पर्वतों से बहते हुए झरने मोतियों की लड़ियों से प्रतीत होते हैं।
बादलों की ओट में छिपे पर्वत मानों पंख लगाकर कहीं उड़ गए हों तथा तालाबों में से उठता हुआ कोहरा धुएँ। की भाँति प्रतीत होता है।