Question -
Answer -
‘कन्यादान’ कविता में कवयित्री ने नारी सुलभ जिन कमजोरियों की ओर संकेत किया है वे हैं
नारी दूसरों की प्रशंसा सुनकर अपने ही रूप सौंदर्य पर मुग्ध हो जाती है।
उसे सुंदर वस्त्र और आभूषणों से विशेष लगाव होता है, जो अंतत: उसके लिए बंधन सिद्ध होते हैं।
वह आग का दुरुपयोग करके आत्महत्या करने जैसा कदम उठा लेती है।
वह कमज़ोर दिखती है जिसकी कमज़ोरी का अनुचित फायदा दूसरे उठाते हैं।