Question -
Answer -
लेखिका की माँ ने अपने आप को परिवार की भलाई में समर्पित कर दिया था। उनका अपना कोई व्यक्तित्व न था। वे बच्चों की उचित-अनुचित माँग को पूरा करते हुए तथा पति के अत्याचार को सहन करते हुए जी रही थी। इसके अलावा निम्नलिखित कारणों से लेखिका उन्हें अपना आदर्श नहीं बना पा रही थी
वे अनपढ़ थीं।
उनका अपना कोई व्यक्तित्व न था।
उनका त्याग मजबूरी में लिपटा हुआ था।