Question -
Answer -
ठोस – ठोस पदार्थों में कण बहुत पास-पास होते हैं, इनमें आपसी आकर्षण बल बहुत अधिक होता है जो इन्हें एक साथ बाँधे रखता है। ठोस के कण स्थिर होने के कारण इनकी आकृति एवं आयतन निश्चित होते हैं।
उदाहरण- काँच।।
द्रव – द्रव के अणु एक दूसरे से दूर-दूर होते हैं, और आपसी आकर्षण बल ठोस की तुलना में । कम होता है। इसी कारण द्रव की आकृति निश्चित नहीं होती। किन्तु इनको आयतन निश्चित होता है।
उदाहरण-जल।
गैस – गैसीय पदार्थों में कण अपेक्षाकृत बहुत-दूर-दूर होता है और इनमें आपसी आकर्षण बल नहीं के बराबर होता है।
उदाहरण- ऑक्सीजन।