NCERT Class 6 Hindi Bal Ramkatha बाल रामकथा Solutions
Question - 11 : - हनुमान ने लंका से लौटकर अंगद और जामवंत को लंका के बारे में क्या-क्या बताया होगा?
Answer - 11 : -
लंका से लौटकर हनुमान ने अंगद और जामवंत को लंका नगरी के सौंदर्य का वर्णन किया होगा क्योंकि हनुमान ने ऐसी सुंदर नगरी नहीं देखी थी। हनुमान ने बताया होगा कि सीता रावण की अशोक वाटिका में बंदी हैं तथा हर समय राक्षसों से घिरी रहती हैं। लंका सोने से बनी है। लंका चारों ओर से सुरक्षित बनाई गई है। वहाँ का राजा रावण ऊँचे सिंहासन पर बैठता है। वहाँ के भव्य महल हैं। वहाँ अशोक के लंबे-लंबे वृक्ष हैं। इसके अलावा हनुमान ने जामवंत को बताया होगा कि कैसे उनकी पूँछ में आग लगा देने पर उन्होंने लंका को जलाकर राख कर दिया था। इसके अलावा सीता से भेंट के विषय में भी बताया होगा।
Question - 12 : - तुमने बहुत सी पौराणिक कथाएँ और लोक कथाएँ पढ़ी होंगी। उनमें क्या अंतर होता है? यह जानने के लिए पाँच पाँच के समूह में कक्षा के बच्चे दो-दो पौराणिक कथाएँ और लोक कथाएँ इकट्ठा करें। कथ्य (कहानी), भाषा आदि के अनुसार दोनों प्रकार की कहानियों का विश्लेषण करें और उनके अंतर लिखें।
Answer - 12 : -
पौराणिक कथाएँ और लोक कथाएँ धार्मिक मान्यताओं पर आधारित होती हैं। उनमें कोई-न-कोई देवता का संबंध जुड़ा होता है। लोक कथाएँ वे कथाएँ हैं जो लोक जीवन में प्रचलित हैं। लोक कथाएँ प्रायः आम बोलचाल की भाषा में लिखी जाती हैं। श्रवण कुमार, नचिकेता, हरिश्चंद्र आदि लोक कथाओं के उदाहरण हैं जबकि विजय नारायण सिंह द्वारा संकलित ‘दुष्ट न छोड़े दुष्टता’ ‘डेढ़ मित्र’ और चतुर मज़दूरनी लोक कथाएँ हैं। पौराणिक कथाएँ संस्कृत में या हिंदी में लिखी गई हैं। वहीं लोक कथाएँ साधारण जन में प्रचलित कहानियाँ हैं, जिनमें जन-जीवन से जुड़े प्रसंग होते हैं।
Question - 13 : - क्या होता यदि-
(क) राजा दशरथ कैकेयी की प्रार्थना स्वीकार नहीं करते।
(ख) रावण ने विभीषण और अंगद का सुझाव माना होता और युद्ध का फैसला न किया होता
Answer - 13 : -
(क) यदि राजा दशरथ कैकेयी की प्रार्थना स्वीकार न करते तो राम का राज्याभिषेक हो जाता। राजा दशरथ पर वचन-भंग का आरोप लगता। वे रघुकुल के पहले राजा होते जो अपने वचन से फिर गए होते। उनका वह सम्मान नहीं रहता जो उनकी मृत्यु के बाद भी उनको मिलता रहा। राम को चौदह साल का वनवास नहीं होता। अगर राम वन नहीं जाते तो सीता का रावण द्वारा हरण नहीं होता। तब राम रावण का युद्ध नहीं होता और रावण का वध नहीं होता।
(ख) यदि रावण विभीषण और अंगद का सुझाव मान लेता और युद्ध का फैसला न करता तो वह सीता को लौटा देता। ऐसी स्थिति में रावण और राम की सेना के बीच वह भयानक युद्ध न होता। असंख्या लोगों का खून-खराबा नहीं होता और रावण की मृत्यु नहीं होती।
Question - 14 : - नीचे कुछ चारित्रिक विशेषताएँ दी गई हैं और तालिका में कुछ पात्रों के नाम दिए गए हैं। प्रत्येक नाम के सामने उपयुक्त विशेषताओं को छाँटकर लिखो।
पराक्रमी, साहसी, निडर, पितृभक्त, वीर, शांत, दूरदर्शी, त्यागी, लालची, अज्ञानी, दुश्चरित्र, दीनबंधु, गंभीर, स्वार्थी, उदार, धैर्यवान, अड़ियल, कपटी, भक्त, न्यायप्रिय और ज्ञानी।
- राम …….
- सीता ……..
- लक्ष्मण ……..
- विभीषण ……….
- हनुमान ……..
- कैकेयी ………
- रावण ………
- भरत ……..
Answer - 14 : -
- राम – पराक्रमी, साहसी, निडर, पितृभक्त, वीर, शांत, त्याग, दीनबंधु, उदार, गंभीर, धैर्यवान, न्यायप्रिय और ज्ञानी।
- सीता – त्याग, उदार, अड़ियल, शांत
- लक्ष्मण – साहसी, पराक्रमी, निडर, पितृभक्त, वीर, त्यागी, दूरदर्शी, भक्त, ज्ञानी।
- विभीषण – दूरदर्शी, साहसी, निडर, वीर, त्याग, गंभीर, भक्त, ज्ञानी।
- हनुमान – पराक्रमी, वीर, साहसी, बली, निडर, शांत, धैर्यवान, भक्त, ज्ञानी।
- कैकेयी – लालची, अज्ञानी, अड़ियल, स्वार्थी, कपटी।
- रावण – घमंडी, दुश्चरित्र, पराक्रमी, साहसी, निडर, अज्ञानी, अड़ियल, कपटी।
- भरत – त्यागी, भक्त, ज्ञानी, गंभीर, उदार, धैर्यवान, न्यायप्रिय, उदार।
Question - 15 : - तुमने अपने आस-पास के बड़ों से रामायण की कहानी सुनी होगी। रामलीला भी देखी होगी। क्या तुम्हें अपनी पुस्तक रामकथा की कहानी और बड़ों से सुनी लक्ष्मण की कहानी में कोई अंतर नज़र आया? यदि हाँ तो उसके बारे में कक्षा में बताओ।
Answer - 15 : -
मैंने अपने आस-पास के बड़ों से भी रामायण की कहानी सुनी है। रामलीला भी देखी है। रामायण की कहानी और रामलीला में यह अंतर होता है कि रामलीला से घटनाएँ प्रत्यक्ष देखने को मिलती हैं। उनका प्रभाव स्थायी होता है। बड़े लोग भी । रामायण की कहानी सुनाते हैं, पर वे कई घटनाओं एवं चरित्र को उल्लेख करना भूल जाते हैं या सही ढंग से वर्णन नहीं कर पाते हैं।
जैसे विश्वामित्र राक्षसों से रक्षा के लिए दशरथ से राम और लक्ष्मण को ले गए। पर यह बताना भूल गए कि विश्वामित्र कौन थे और उन्होंने राम और लक्ष्मण को कौन सी विद्याएँ सिखाईं, परंतु ‘बाल रामकथा’ की कहानी से हमें राम के जीवन के हर छोटे-बड़े घटनाक्रम की जानकारी मिली। इस पुस्तक के माध्यम से राम के जीवन की प्रत्येक घटनाओं की जानकारी विस्तार से मिली। इसके अलावा हमें श्रीराम का जीवन परिचय मिला।
Question - 16 : - रामकथा में कई नदियाँ और स्थानों के नाम आए हैं। इनकी सूची बनाओ और एटलस में देखो कि कौन-कौन सी नदियाँ और जगहें अभी भी मौजूद हैं। यह काम तुम चार-चार समूह में कर सकते हो।
Answer - 16 : -
रामकथा में आए नदियों तथा स्थानों के नाम निम्नलिखित हैं-
नदियों के नाम- सरयू, गंगा, गोदावरी, गंडक तथा गोमती और सोन।
स्थानों के नाम- इस कथा में स्थानों के नाम हैं-अयोध्या, मिथिला, चित्रकूट, किष्किंधा, कैकेय राज्य, दंडक वन, श्रृंगवेरपुर, विंध्याचल, प्रयाग और लंका। ये सारे स्थल अपने पुराने या नए नामों के साथ आज भी भारत भूमि पर उपस्थित हैं। छात्र एटलस में इन्हें हूँढ़ने का प्रयास करें।
Question - 17 : - यह राम कथा वाल्मीकि रामायण पर आधारित है। तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस के बारे में जानकारी इकट्ठी करो और उसे चार्टपेपर पर लिखकर कक्षा में लगाओ। जानकारी प्रस्तुत करने में निम्नलिखित बिंदु हो सकते हैं|
राम कथा का नाम, रचनाकार का नाम, भाषा/प्रांत
Answer - 17 : -
कथा का नाम- रामचरित मानस
रचनाकार- तुलसी दास
भाषा/प्रांत- अवधी/अवध (पूर्वी उत्तर प्रदेश)
इस जानकारी के आधार पर छात्र स्वयं चार्ट पेपर तैयार करें।
Question - 18 : - List of Chapter of Bal Ramkatha
Answer - 18 : -