Question -
Answer -
(क) पैसा पावर है।
(ख) पैसे की उस पर्चेज़िंग पावर के प्रयोग में ही पावर का रस है।
(ग) मित्र ने सामने मनीबैग फैला दिया।
(घ) पेशगी ऑर्डर कोई नहीं लेते।
ऊपर दिए गए इन वाक्यों की संरचना तो हिंदी भाषा की है लेकिन वाक्यों में एकाध शब्द अंग्रेज़ी भाषा के आए हैं। इस तरह के प्रयोग को कोड मिक्सिंग कहते हैं। एक भाषा के शब्दों के साथ दूसरी भाषा के शब्दों का मेलजोल! अब तक आपने जो पाठ पढ़े उसमें से ऐसे कोई पाँच उदाहरण चुनकर लिखिए। यह भी बताइए कि आगत शब्दों की जगह उनके हिंदी पर्यायों का ही प्रयोग किया जाए तो संप्रेषणीयता पर क्या प्रभाव पड़ता है।
उत्तर
(क) परंतु इस उदारता के डाइनामाइट ने क्षण भर में उसे उड़ा दिया।
(ख) भक्ति इंस्पेक्टर के समान क्लास में घूम-घूमकर।
(ग) फ़िजूल सामान को फ़िजूल समझते हैं।
(घ) इससे अभिमान की गिल्टी की और खुराक ही मिलती है।
(ङ) माल-असबाब मकान-कोठी तो अनेदेखे भी दिखते हैं।
ऊपर दिए गए शब्दों में रेखांकित शब्द आगत शब्द हैं। इनके स्थान पर यदि हिंदी पर्यायों का प्रयोग किया जाए तो संप्रेषणीयता पर दूसरा ही प्रभाव पड़ता है। वाक्य अधूरा-सा लगता है। बात स्पष्ट नहीं हो पाती है तथा लेखक का उद्देश्य पूर्ण नहीं हो पाता है। यही कारण है कि कोड मिक्सिंग ने भाषा में अपनी जगह बना ली है। उदाहरण के लिए देखिए-
(क) परंतु इस उदारता के विस्फोटक ने क्षण भर में उसे उड़ा दिया।
(ख) भक्ति पर्यवेक्षक के समान कक्षा में घूम-घूमकर।
(ग) व्यर्थ सामान व्यर्थ समझते हैं।
(घ) इससे अभिमान की दोषी की और अंश ही मिलती है।
(ङ) माल-सामान मकान-कोठी तो अनेदेखे भी दीखते हैं।