Question -
Answer -
पतंगा पश्चाताप करते हुए क्षोभ व्यक्त कर रहा है कि वह दीपक की लौ में आत्मसातू क्यों नहीं हुआ? पतंगा दीपक से बहुत प्यार करता है इसलिए उसकी लौ पर मर-मिटना चाहता है, लेकिन जब वह ऐसा करने में असफल होता है, तो वह पछतावा करते हुए अपनी पीड़ा व्यक्त करता है। इसका भाव यह है कि विश्व के प्रेमी जन भी परमात्मा रूपी लौ में जलकर अपना अस्तित्व विलीन करना चाहते हैं।