Question -
Answer -
मीरा अपने आराध्य देव से मिलने के लिए उनकी दासी बनना चाहती हैं। वे चाहती हैं कि कृष्ण आएँ और उनके क्लेशों को हरें। मीरा अपने आराध्य के दर्शनों की प्यासी हैं। महादेवी वर्मा भी अपने आराध्य की प्रतीक्षा में अपने आस्था रूपी दीपक को जलाकर उनके पथ को आलोकित करती हैं। मीरा अपने आपको इस अखंड-अनंत में विलीन कर देना चाहती हैं।
मीराबाई ने सहज एवं सरल भावों को जनभाषा के माध्यम से प्रस्तुत किया है जबकि महादेवी ने विभिन्न प्रकार के बिंबों का प्रयोग किया है।
मीरा का प्रियतम इस लोक का प्राणी, सगुण एवं साकार रूप में हमारे समक्ष उपस्थित होता है जबकि महादेवी का प्रियतम इस लोक का प्राणी नहीं हैं जो प्राप्त किया जा सके।